जनता सच कहती है
इसमें झूठ नहीं
है ;
गद्दी दी है
गद्दारी की छूट नहीं
.
ठीक है
तुम संसद में बैठो हम सड़कों पर
;
हरा भरा जनतंत्र है
सूखा ठूठ नहीं
है .
हिन्दू - मुस्लिम - सिख- इसाई में
मत बांटो ;
हिन्दुस्तानी हैं हममे कोई फूट नहीं
है .
भ्रष्टाचारी जो
है उसको फांसी
दे दो ;
जनता का
है पैसा कोई
लूट नहीं
है .
लगा लाल बत्ती न हम
पर रौब जमाओं ;
नेता जनता
का सेवक देवदूत नहीं
है
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